खूंटी। तोरपा प्रखंड के बांदू गांव में सरना धर्म सोतोः समिति का पहला शाखा स्थापना दिवस सह सरना धर्म प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया। डॉ सीताराम मुंडा, राजू पाहन, रोवा भेंगरा, रेशमा मिंजूर और सरोज तोपनो की अगुवाई में अनुयायियों के साथ सरना स्थल में भगवान सिंङबोंगा की पूजा-अर्चना कर सुख, शांति और खुशहाली की कामना की गई।
इस अवसर पर धर्मगुरु सोमा कंडीर ने कहा कि सिङबोंगा की स्तुति से आत्मा में भक्ति और श्रद्धा बढ़ती है तथा समाज में प्रेम एवं भाईचारा की भावना पनपती है। इससे लोभ, लालच और अहंकार जैसे बुराइयां दूर होती हैं और जीवन में सुख, शांति और खुशहाली आती है। भगवान के सामने सब बराबर हैं, जिससे सबको समान कृपा मिलती है। हमें सदा धर्म के रास्ते पर चलना चाहिए और समाज में प्रेम और भाईचारा के साथ रहना चाहिए।
सिङबोंगा की स्तुति के साथ-साथ मनुष्य, जीव-जंतु और सारी सृष्टि का सम्मान करना ही सरना धर्म का मूल सिद्धांत है। धर्मगुरु भैयाराम मुंडा ने कहा कि हमारे महापुरुषों ने अपने मूल धर्म को संगठित कर जिस समृद्ध समाज की कल्पना की, वह आज भी अधूरा है। उन्होंने धर्म-संस्कृति को बचाए रखने के लिए सामाजिक भेद-भाव, रुढ़िवादी सोच तथा धार्मिक-सामाजिक कुप्रथाओं का उन्मूलन कर सुसंगठित समाज बनाने का अह्वान किया।
कार्यक्रम में बुधराम सिंह मुंडा, बिरसा कंडीर, जयराम गुड़िया, मंगा ओड़ेया, मंगल सिंह मुंडा, दुर्गा कच्छप, बाजू मुंडा, गोमेया पहान, जयपाल मुंडा, कोलय ओड़ेया सहित अन्य ने अपने विचार व्यक्त किए।