पटना। बिहार विधानसभा सत्र के दाैरान विपक्ष लगातार सरकार के खिलाफ विराेध प्रदशन कर रहा है। इस क्रम में बुधवार काे विपक्ष ने सदन की कार्यवाही शुरू हाेने से पूर्व सदन के बाहर हाथों में पोस्टर लेकर जाेरदार हंगामा किया। विपक्षी सदस्याें ने आज वक्फ संशोधन बिल के विरोध में प्रदशन और नारेबाजी की। विपक्ष ने सरकार से इस बिल को तत्काल वापस लेने की मांग की है।
सरकार के कदम पर नाराजगी
राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने वक्फ संशोधन बिल काे काला कानून बताया है। राजद का कहना है पार्लियामेंट में जो वक्फ संशोधन बिल लाया गया है, यह एक काला कानून है। इसके माध्यम से पूरे देश को आग लगाने की कोशिश की जा रही है। यह कानून केवल अल्पसंख्यक समाज के लिए ही नहीं, बल्कि भारत के संविधान के मूल आत्मा के खिलाफ है। भारत के संविधान में जो धार्मिक स्वतंत्रता है, उसके खिलाफ यह कानून है।
विधानसभा में हम लोगों ने आज कार्य स्थगन प्रस्ताव रखा है। हम लोग मांग करते हैं कि बिहार सरकार इस कानून के खिलाफ सदन में प्रस्ताव लेकर आए। राजद का कहना है कि संविधान में सभी धर्माें के लिए दिये गये समानता का अधिकार के खिलाफ यह कानून है। इसलिए राष्ट्रीय जनता दल और महागठबंधन के तमाम दल इस काले कानून का विरोध कर रहे हैं।

सत्ताधारी दलों से अपील
मुस्लिम नेताओं ने एक बार फिर जदयू, लोजपा, टीडीपी और आरएलडी जैसी भाजपा की सहयोगी पार्टियों से अपील की है कि वे इस बिल पर पुनर्विचार करें और अपना समर्थन वापस लें। साथ ही चेतावनी दी है कि यदि इन अपीलों के बावजूद ये दल कानून बनने में मदद करते हैं तो मुस्लिम समुदाय इस अन्याय को कभी नहीं भूलेगा। इस अवसर पर मौलाना फजलुर रहीम मुजद्दिदी, मौलाना अहमद वली फैसल रहमानी, मौलाना रिज़वान अहमद इस्लाही आदि मौजूद रहे।