महान स्वातंत्र्य वीर और संपादक गणेश शंकर विद्यार्थी का नाम भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में दर्ज है। साल 1931 में भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को फांसी दिए जाने के दो दिन बाद (25 मार्च) को कानपुर में भड़के दंगों में उन्होंने अपने प्राणों की आहुति दी थी। उनके निधन पर तब महात्मा गांधी ने कहा था कि उन्हें ऐसी मृत्यु से ईर्ष्या होती है, काश उन्हें भी वैसी मौत नसीब हो। विद्यार्थी जी का जन्म 26 अक्टूबर 1890 को इलाहाबाद (अब प्रयागराज) में हुआ था। उनके पिता जयनारायण श्रीवास्तव ग्वालियर में शिक्षक थे। उन्होंने अपनी उच्च शिक्षा संगम नगरी में प्राप्त की।
प्रयागराज प्रवास उनके जीवन का एक ऐसा मोड़ था, जो उनके व्यक्तित्व की निर्मिति का आधार बना। कर्मयोगी के संपादक पं. सुंदरलालजी पत्रकारिता के क्षेत्र में उनके प्रारंभिक गुरु बने। स्वराज्य में भी विद्यार्थी जी की टिप्पणियां प्रकाशित होने लगीं। उन्हीं दिनों सरस्वती के यशस्वी संपादक आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी को एक युवा और उत्साही सहयोगी की आवश्यकता थी, अतः 2 नवंबर, 1911 को वे उनके सहायक संपादक नियुक्त हुए।दिसंबर 1912 में वे पं. मदनमोहन मालवीय के पत्र अभ्युदय से जुड़ गए। इसके बाद वह कानपुर चले आए।
यहां उन्होंने हिन्दी के साप्ताहिक अखबार प्रताप की नींव रखी। 9 नवंबर 1913 को तीन साथी शिव नारायण मिश्र, नारायण प्रसाद अरोड़ा और यशोदानंदन के साथ मिलकर उन्होंने प्रताप को शुरू किया। प्रताप के प्रतिरोध की आवाज इतनी बुलंद थी कि बहुत जल्द ही इसे पहचान मिल गई और प्रताप का ऑफिस क्रांतिकारियों के लिए शरणगाह बन गया। प्रताप में गणेश शंकर विद्यार्थी ने ब्रिटिश हुकूमत, किसानों के मुद्दे और स्वतंत्रता आंदोलन को भी प्रमुखता से छापा। इसलिए उनके ऑफिस पर पुलिस की भी नजर रहती थी। देशवासियों, किसानों के पक्ष में और ब्रिटिश हुकूमत के विरुद्ध लिखे लेखों के कारण विद्यार्थी जी को पांच बार जेल भी जाना पड़ा। एक मामले में पंडित जवाहर लाल नेहरू, मोती लाल नेहरू और श्री कृष्ण मेहता ने उनके लिए गवाही भी दी, लेकिन अंग्रेजों ने फिर भी उन्हें जेल में डाल दिया।
कहते हैं कि 1931 में 23 मार्च को भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु को फांसी दी गई तो पूरे देश में बंद बुलाया गया। इसी दौरान कानपुर में दंगा भड़क गया। 25 मार्च को गणेश शंकर विद्यार्थी दंगा शांत कराने के लिए भीड़ में पहुंच गए और हिंदुओं की भीड़ से मुस्लिमों और मुस्लिमों की भीड़ से हिंदुओं को बचाया। दंगा शांत कराने में वह कामयाब भी रहे, लेकिन दो गुटों में फंस गए और हिंसक भीड़ ने कुल्हाड़ी और चाकू मार-मार कर उनकी जान ले ली।
महत्वपूर्ण घटनाचक्र
1306ः रॉबर्ट ब्रूस को स्कॉटलैंड का नया राजा बनाया गया।
1410ःयोंगल सम्राट ने मंगोल खानबुनशिरि के खिलाफ सैन्य अभियान शुरू किया।
1655: शनि के सबसे बड़े उपग्रह टाइटन की खोज हुई।
1668ः अमेरिका में पहली बार घुड़दौड़ का आयोजन।
1669ः सिसदी द्वीप पर ज्वालामुखी माउंट एटना में भयावह विस्फोट। 20 हजार से अधिक लोगो की मौत।
1700ः लंदन ने फ्रांस, इंग्लैंड और हॉलैंड की संधि पर हस्ताक्षर किए।
1807ः इंग्लैंड में सबसे पहले रेलवे यात्री सेवा की शुरुआत हुई।
1807: ब्रिटिश साम्राज्य से दास प्रथा का अंत।
1821ः ग्रीस ने तुर्की से स्वतंत्रता हासिल की।
1898ः स्वामी विवेकानंद ने सिस्टर निवेदिता को अपने शिष्य के रूप में स्वीकार किया।
1954ः देश के पहले हेलीकॉप्टर एस-55 को दिल्ली में उतारा गया।
1965: नागरिक अधिकारों के लिए संघर्षरत मार्टिन लूथर किंग जूनियर का चार दिवसीय मार्च पूरा।
1987ः दक्षेस (सार्क) देशों का स्थायी सचिवालय नेपाल की राजधानी काठमांडू में खोला गया।
1989ः अमेरिका में निर्मित देश का पहला सुपर कम्प्यूटर एक्स-एमपी 14 राष्ट्र को समर्पित किया गया।
1994ः यासुनोरी मियाबे ने हजार मी स्केटिंग में वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया।
1995ः प्रसिद्ध मुक्केबाज माइक टायसन तीन साल की कैद के बाद जेल से रिहा।
1995ः अमेरिकी कम्प्यूटर प्रोग्रामर वार्ड कनिंघम ने पहली विकी साइट विकी वेब की स्थापना की।
1996ः अमेरिका के टॉड एल्ड्रेड ने पुरुषों की फीगर स्केटिंग चैंपियनशिप जीती।
1999ः भारत ने पाकिस्तान के नागरिकों के आठ वर्गों को वीजा मामले में छूट देने की घोषणा की।
2003ः इराक ने सद्दाम नहर और फरात पुल पर कब्जा किया।
2005ः संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने सूडान के लिए शांति सेना की मंजूरी दी।
2007ः टीम इंडिया विश्वकप क्रिकेट से बाहर।
2008ः टाटा ग्रुप की पुणे स्थित फर्म ‘कम्यूटेशन रिसर्च लैबरटरीज’ ने इंटरनेशनल फर्म ‘याहू’ से गठजोड़ किया।
2008ः अंतरिक्ष यान एंडेवर सफलतापूर्वक अपने मिशन को अंजाम देने के बाद अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन से रवाना ।
2011ः उड़ीसा का नाम ओडिशा किए जाने संबंधी विधेयक को लोकसभा के बाद राज्यसभा में मंजूरी दी गई।
2017ः राजस्थान के बीकानेर की तनुश्री पारीक बनीं देश की पहली महिला बीएसएफ अधिकारी।
जन्म
1838ः भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष विलियम वेडरबर्न ।
1914ः नोबेल पुरस्कार विजेता अमेरिकी कृषि विज्ञानी नॉर्मन बोरलॉग।
1920: स्वाधीनता सेनानी और गांधीवादी नेता उषा मेहता।
1948ः प्रसिद्ध अभिनेता फारुख शेख।
1965ः भारतीय जनता पार्टी के नेता और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव।
निधन
1931ः प्रसिद्ध समाजसेवी, स्वतंत्रता सेनानी और राजनीतिज्ञ गणेश शंकर विद्यार्थी।
2014ः फिल्म अभिनेत्री नंदा।
2020ः भारतीय सिनेमा में 60 के दशक की खूबसूरत अभिनेत्री निम्मी।
महत्वपूर्ण दिवस
-गणेश शंकर विद्यार्थी का बलिदान दिवस।