कोडरमा। कोडरमा आए कारोबारी सुमित दाहिमा के लापता होने के मामले में अबतक पुलिस को कोई सुराग नही मिल सका है। बताते चलें कि दाहिमा 17 मार्च को कोडरमा आए थे, जिसके बाद से ही वे लापता हो गए हैं। इस मामले में उसके परिजनों की ओर से शुक्रवार को कोडरमा थाने में अपहरण की आशंका जताते हुए हुए मामला दर्ज कराया गया है। वहीं परिजनों की ओर से मामले में मरकच्चो के दशारोखुर्द निवासी राजेश यादव पिता बद्री यादव पर अपहरण की आशंका जताई गई है। मिली जानकारी के अनुसार सुमित कोलकाता से 17 मार्च को झुमरीतिलैया में शीतला माता मंदिर के समीप स्थित अपने एक जमीन विवाद को सुलझाने आए थे।
वहीं फिलहाल प्रशिक्षु डीएसपी दिवाकर कुमार के नेतृत्व में जांच तेज कर दी है। हलांकी शनिवार शाम तक इसपर कोई सफलता हासिल नहीं हो सकी है। मिली जानकारी के अनुसार कोलकाता कारोबारी के अपहरण मामले में शहर के शीतला माता मंदिर के समीप उनका करीब 10 डिसमिल जमीन है। जिसे खरीदने के लिए राजेश यादव के साथ डील हुई थी। जमीन के बदले सुमित को राजेश के द्वारा एक फ्लैट देने की बात कही गई थी। बाद में इसे लेकर दोनों में विवाद होने की जानकारी मिली है। मिली जानकारी के अनुसार सुमित ने अपने परिजनों को इसकी जानकारी दी थी। जानकारी अनुसार सुमित इसके पूर्व भी कई बार कोडरमा इस मामले को लेकर आया था। वहीं दूसरी तरफ पुलिस इस मामले में कई लोगों से पूछताछ कर रही है।
जमीन बिक्री को लेकर पैसों का था विवाद
सुमित दाहिमा की पत्नी और परिवार के अन्य सदस्यों ने बताया कि वह तिलैया थाना क्षेत्र के शीतला माता मंदिर के पास अपनी जमीन की बिक्री को लेकर हुए पैसों के विवाद के कारण कोडरमा आए थे। उन्होंने यह जमीन राजेश यादव को बेची थी। राजेश ने आधा पैसा दे दिया था, बाकी रकम बाद में देने की बात कही थी। बाद में उसने पैसे के बदले फ्लैट देने की पेशकश की, लेकिन पांच-छह महीने तक टालमटोल करता रहा। इसी विवाद को लेकर सुमित कोडरमा आए थे। जानकारी के अनुसार पूर्व में बवन सिंह द्वारा उनके जमीन पर काफी दिनों तक कब्जा कर रखे जाने की भी बात कही गई है।