बीजापुर। छत्तीसगढ़ के बीजापुर के अंड्री जंगल में और कांकेर जिले के नारायणपुर सरहदी क्षेत्र में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच गुरुवार को हुई मुठभेड़ में 22 नक्सली ढेर हो गए जबकि इस मुठभेड़ में बीजापुर डीआरजी के एक जवान राजू ओयामी शहीद हो गए।

सुबह 7 बजे से पुलिस – नक्सलियों में मुठभेड़ जारी…
बीजापुर जिले के गंगालूर थाना क्षेत्र अंर्तगत नक्सलियों के कोर सरहदी इलाके बीजापुर-दंतेवाड़ा सीमा पर अंड्री के जंगल में आज सुबह 7 बजे से सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच चल रही मुठभेड़ में अभी तक 18 नक्सली मारे गए हैं जबकि डीआरजी के एक जवान का बलिदान हो गया। नक्सलियों के कोर इलाके में जवानों ने नक्सलियों के बड़े कैडर्स को घेर रखा है। दोनों तरफ से गोलीबारी जारी है।

नक्सलियों को भारी नुकसान की खबर है, मारे गये नक्सलियाें की संख्या और भी बढ़ सकती है। वहीं कांकेर-नारायणपुर के सरहदी इलाके में नक्सलियों की उपस्थिति की पर सर्चिंग अभियान पर संयुक्त पुलिस बल रवाना हुई थी। आज सुबह से डीआरजी/बीएसएफ की संयुक्त पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ जारी है। इस मुठभेड़ में अभी तक 4 नक्सलियाें के शव और आटोमैटिक हथियार सहित अन्य नक्सल सामग्री बरामद की गयी है।

बस्तर आईजी सुंदरराज पी. ने बीजापुर एवं कांकेर जिले में जारी मुठभेड़ की पुष्टि करते हुए बताया कि बीजापुर से 18 नक्सललियाें के शव और कांकेर जिले से 4 नक्सलियों के शव सहित मुठभेड़ स्थल से बड़ी मात्रा में हथियार और गोला बारुद के साथ अब तक 22 नक्सलियों के शव बरामद कर लिए गये हैं। क्षेत्र में मुठभेड़ के साथ ही सर्चिंग अभियान जारी है, विस्तृत जानकारी पृथक से दी जाएगी।
एनकाउंटर में 22 के ढेर होते ही अमित शाह ने नक्सलियों के खात्मे की फिर बताई डेडलाइन
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने छत्तीसगढ़ में सुरक्षाबलों की ओर से 22 नक्सलियों को मार गिराए जाने को ‘बड़ी सफलता’ करार दिया है।बता दें कि दो दिन पहले ही दिल्ली में सीएम विष्णुदेव साय ने अमित शाह से मुलाकात की थी, जिसके बाद यह कार्रवाई हुई है।
इसके साथ ही उन्होंने अगले बड़े ऑपरेशन की तारीख भी इशारों में बता दी है।शाह ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘नक्सलमुक्त भारत अभियान’ की दिशा में आज हमारे जवानों ने एक और बड़ी सफलता हासिल की है। छत्तीसगढ़ के बीजापुर और कांकेर में हमारे सुरक्षा बलों के 2 अलग-अलग ऑपरेशन्स में 22 नक्सली मारे गए।’

उन्होंने कहा, ‘मोदी सरकार नक्सलियों के विरुद्ध बिना कोई रहम किए से आगे बढ़ रही है और समर्पण से लेकर समावेशन की तमाम सुविधाओं के बावजूद जो नक्सली आत्मसमर्पण नहीं कर रहे हैं, उनके खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपना रही है। अगले साल 31 मार्च से पहले देश नक्सल-मुक्त होने वाला है।’